भागदौड़ भरी शैली निगल गई क्या जिंदगी इतनी आधुनिक हो गई। भागदौड़ भरी शैली निगल गई क्या जिंदगी इतनी आधुनिक हो गई।
मेरा कुछ सामान तुम, जो साथ ले गये थे। उन दिनों का एहसास , यादे जो मुझे दे गये थे। मेरा कुछ सामान तुम, जो साथ ले गये थे। उन दिनों का एहसास , यादे जो मुझे ...
सो नतमस्तक होकर के मैं अब सबका तोहे सलाम लिखूं। सो नतमस्तक होकर के मैं अब सबका तोहे सलाम लिखूं।
उस दिन घर घर में होगा, सुख एवं अमन चैन। उस दिन घर घर में होगा, सुख एवं अमन चैन।
जड़ता का नाम जीवन नहीं, उगती फसल सा रूप अपनाएं , मनुष्यता के स्तर से न गिरें,धरातल पर जड़ता का नाम जीवन नहीं, उगती फसल सा रूप अपनाएं , मनुष्यता के स्तर से न गिरें,...
फफककर रोता है, मेरा दिल तेरे खातिर जहाँ भी है हो जा, तू मेरे सामने हाजिर। फफककर रोता है, मेरा दिल तेरे खातिर जहाँ भी है हो जा, तू मेरे सामने हाजिर।